योग : सात चक्र से मेंटल सोलिडरिटी(मानसिक समन्वय ),ऐक्य -भाव ,मन की एकजुटता
मनुष्य शरीर स्थित कुंडलिनी शक्ति में जो चक्र स्थित होते हैं उनकी संख्या कहीं छ: तो कहीं सात बताई गई है। इन चक्रों के विषय में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी। समय-समय पर चक्रों वाले स्थान पर ध्यान दिया जाए तो मानसिक स्वास्थ्य और सुदृढ़ता प्राप्त की जा सकती है।
(१ ).मूलाधार चक्र- गुदा और लिंग के बीच चार पंखुरियों वाला 'आधार चक्र' है। आधार चक्र का ही एक दूसरा नाम मूलाधार चक्र भी है। वहां वीरता और आनंद का भाव का निवास करता है। उक्त स्थान पर ध्यान लगाने से यह प्राप्त किया जा सकता है।
(२ )स्वाधिष्ठान चक्र- स्वाधिष्ठान चक्र लिंग मूल में है जिसकी छ: पंखुरियां हैं। इसके जाग्रत होने पर क्रूरता, गर्व, आलस्य, प्रमाद, अवज्ञा, अविश्वास आदि दुर्गणों का नाश होता है।
(३ )मणिपुर चक्र- नाभि में दस दल वाला मणिपुर चक्र है। इसके सक्रिय होने से तृष्णा, ईर्ष्या, चुगली, लज्जा, भय, घृणा, मोह, आदि कषाय-कल्मष दूर हो जाते हैं।
(४ )अनाहत चक्र- हृदय स्थान में अनाहत चक्र है जो बारह पंखरियों वाला है। इसके सक्रिय होने पर लिप्सा, कपट, हिंसा, कुतर्क, चिंता, मोह, दम्भ, अविवेक और अहंकार समाप्त हो जाते हैं।
(५ )विशुद्ध चक्र- कण्ठ में सरस्वती का स्थान है जहां विशुद्ध चक्र है और जो सोलह पंखुरियों वाला है। यहीं से सोलह कलाओं और सोलह विभूतियों का ज्ञान होता है। इसके जाग्रत होने से जहां भूख और प्यास को रोका जा सकता हैं वहीं सोलह कलाओं और विभूतियों की विद्या भी जानी जा सकती है।
(५ )विशुद्ध चक्र- कण्ठ में सरस्वती का स्थान है जहां विशुद्ध चक्र है और जो सोलह पंखुरियों वाला है। यहीं से सोलह कलाओं और सोलह विभूतियों का ज्ञान होता है। इसके जाग्रत होने से जहां भूख और प्यास को रोका जा सकता हैं वहीं सोलह कलाओं और विभूतियों की विद्या भी जानी जा सकती है।
(६ )आज्ञाचक्र- भ्रूमध्य (दोनों आंखों के बीच भृकुटी में) में आज्ञा चक्र है जहां उद्गीय, हूँ, फट, विषद, स्वधा स्वहा, सप्त स्वर आदि का निवास है। यहां अपार शक्तियां और सिद्धियां निवास करती हैं। इस आज्ञा चक्र का जागरण होने से यह सभी शक्तियां जाग पड़ती हैं।
(७ )सहस्रार चक्र- सहस्रार की स्थिति मस्तिष्क के मध्य भाग में है अर्थात जहां चोटी रखते हैं। शरीर संरचना में इस स्थान पर अनेक महत्वपूर्ण विद्युतीय और जैव- विद्युत का संग्रह है। यही मोक्ष का द्वार है।
सन्दर्भ -सामिग्री :
http://hindi.webdunia.com/article/yoga-articles/%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%97-%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A4-%E0%A4%9A%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A4%B2-%E0%A4%B8%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%A1%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A5%80-112052600055_1.htm
(२ )https://www.youtube.com/watch?v=SIi8rCuR9LE
क्या है 7 चक्रों का रहस्य, कैसे करें उन्हें सक्रिय What Is The Secret Of 7 Chakras, How to Activate?
(३ )https://www.youtube.com/watch?v=3AFvQNPp2LM
OSHO HINDI SPEECH ओशो सात चक्रों का विज्ञान I
(४ )https://www.youtube.com/watch?v=SIi8rCuR9LE
क्या है 7 चक्रों का रहस्य, कैसे करें उन्हें सक्रिय What Is The Secret Of 7 Chakras, How to Activate?
(५ )https://www.youtube.com/watch?v=rDZCtfPlyFU
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