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राहुल (गांधी ) जितना आरएसएस के बारे में सोचते हैं यदि उसका दशांश भी अपने बारे में सोचते तो राजनीति में अपने लिए अब तक एक सम्मानजनक स्थान बना लेते

https://www.thequint.com/news/india/rights-groups-opposition-slam-activist-arrests Outraged over multi-city raids by Maharashtra police on homes of several prominent activists and subsequent arrests, historian Ramchandra Guha and author Arundhati Roy hit out at the Prime Minister Narendra Modi-led government in the Centre. The police arrested poet Varavara Rao in Hyderabad, activists Vernon Gonzalves and Arun Ferreira in Mumbai, trade unionist and lawyer Sudha Bhardwaj in Faridabad and Chhattisgarh and civil liberties activist Gautam Navalakha in Delhi. The raids were carried out as part of a probe into the violence between Dalit and the upper caste groups at Koregaon-Bhima village near Pune after an event called Elgar Parishad on 31 December 2017. Absolutely Chilling, Says Ramchandra Guha Historian Ramachandra Guha called the action "absolutely chilling" and demanded the Supreme Court's intervention to stop this "persecution and harassment" of

Tap into Water Power :Avoid these hydration myths (HINDI I )

Your body runs efficiently only if your fluids are in harmony .Avoid these hydration myths to calibrate the balance correctly and you 'll supercharge your health .By Christopher Mohr ,Ph.D ;RD  Myth # 1  Hydration is a daily goal reached by drinking water . मिथकीय माया जाल में घिरा है हमारा पेय जल  यथार्थ  :खाली जल पीने  से वांछित जलीकरण नहीं होगा बॉडी चार्ज नहीं होगी। आपके जलीकरण का स्तर  अनेक बातों से तय होता है मसलन आपको पसीना कितना आता है ,आपका रोज़मर्रा का खाना पीना आपकी खुराक क्या है ?आप समुन्द्र से कितनी ऊंचाई पर रहते हैं वहां आद्रता (हवा में नमी )का स्तर क्या है।  याद रहे :स्वास्थ्यवर्धक हेल्दी खुराक आपकी रोज़मर्रा की पानी की ज़रूरियात का २० फीसद पूरा कर देती है।  तरबूज ,खीरा ,चकोतरा (grape fruit ),ब्रोक्क्ली ,सेव (एपिल्स )तथा अंगूर को अपनी दैनिकी के खानपान में जगह दीजिये।  पानी को सुस्वादु बनाने के लिए इसमें उपलब्ध फल काटके दाल लीजिये यथा बेरीज़ ,नीम्बू प्रजाति के फल ,कीवी ,संतरे ,पाइनेपल (अनानास )आदि को बराबर जगह देते रहिये।माहिरों की यही राय रही है। इनमें अमरीकी ट्रि

जीवन का विज्ञान 'आयुर्विज्ञान 'एक विहंगम दृष्टि (विहंगावलोकन ,सरसरी तौर पर )Ayurveda a Birds Eye View

जीवन का विज्ञान 'आयुर्विज्ञान 'एक विहंगम दृष्टि' (विहंगावलोकन ,सरसरी नज़र   )Ayurveda a Birds Eye View आयुर्वेद का उल्लेख वैदिक ग्रंथों (वेदों )में भी मिलता है। यह चिकित्सा की सबसे प्राचीन पद्धति समझी गई है जो लगातार प्रचलन में रही है। पूरे  व्यक्ति की काया और उसके चित का समाधान प्रस्तुत करती है यह चिकित्सा प्रणाली । हमारी काया और हमारे मन को आरोग्य प्रदान करने वाली समेकित चिकित्सा प्रणाली (holistic health care system )है आयुर्वेद जो महज लक्षणों का इलाज़ नहीं करती पूरे प्रतिरक्षा  तंत्र को चुस्तदुरुस्त रखने का प्रयास करती है।  यहां रोग की तह तक पहुंचकर उसके बुनियाद कारणों की पड़ताल की जाती है।  आचार्य चरक यहां औषध शास्त्र (भेषज चिकित्सा )के पितामह कहलाते हैं। इनका कार्यकाल (600 before common era ,BCE)ठहरता है। 'चरक संहिता 'भेषज शास्त्र पर लिखा इनका प्रामाणिक ग्रंथ समझा गया है।  यहां तकरीबन एक लाख औषधीय पादपों ,जड़ी बूंटियों से तैयार होने वाली दवाओं की विस्तार से चर्चा आपको मिलेगी। इन दवाओं के गुणदोषों पर विमर्श मिलेगा। गुणधर्म और लक्षण भी बतलाये गए हैं इन जड़ी बूंटि

इनमें एक तत्व ऐसा भी है जो बदलने को तैयार नहीं है ,कथित जातीय गौरव की यथास्थिति को बनाये हुए है। उसका असल रूप 'जाट रेजिमेंट' है शेष सब छद्म रूप ही कहे समझे जाएंगे। मुझे बेहद पीड़ा होती है कथित ओनर किलिंग्स के मामले से खासकर तब जब वह अपने ही धर्म में विजातीय प्रेम से सम्बद्ध रहा हो।

उत्तर प्रदेश (पश्चिमी )मेरी जन्म भूमि रहा ,उत्तर और तत्कालीन मध्य प्रदेश मेरी छात्र भूमि (१९५६-१९६७ )रहा। हरियाणा कर्म भूमि(१९६७ -२००५ )।  अनिकेतन रहा मैं ता - उम्र।उम्र कटी हरयाणा के प्रभुत्व शाली बलशाली ,प्रभावी ,प्रमुख समुदाय के सुविधा संपन्न निकेतनों में (किराए के खूबसूरत मकानों में ) . बखूबी वाकिफ हूँ इस प्रमुख समुदाय के व्यंग्य विनोदी हंसोड़ स्वभाव से ज़िंदादिली ,हाज़िर -जवाबी और खुद के साथ ही मज़ाक करने के हौसले से माद्दे से। इनके क्षात्र तेजस से। हुनरमंदी से।  जाट शब्द 'जट'(जड़ )से निकल के पल्ल्वित हुआ और देखते ही देखते 'क्षात्र -तेज' का पर्याय  बन गया। भारतीय प्रतिरक्षा के शौर्य के सर्वश्रेष्ठ शिखर को जिस कौम  ने आगे बढ़कर  छुआ है ,जिसके बिना भारतीय सैन्य बलों के शौर्य की चर्चा संपन्न नहीं होती वह प्रभतवशाली समुदाय दो मुहावरों के सिरों के बीच में आज भी अपना प्रभुत्व बनाये हुए है. उत्तर प्रदेश पश्चिमी में एक मुहावरा बचपन से सुना : "अनपढ़ जाट पढ़ा  जैसा ,पढ़ा लिखा जाट खुदा जैसा " और एक और मुहावरा बड़ा प्रचलन में रहा -"जाट रे जाट तेरे सर पे खाट "

गाय के गोबर से बनाई गई यह चीज, सपने में भी नहीं सोच सकते आप

नीदरलैंड की एक महिला ने गाय के गोबर से कपड़ा बना दिया है। भले ही ये थोड़ा हैरान करने वाला है लेकिन इस महिला ने यह अऩोखा आविष्कार कर दिया है। भारत धर्मी समाज में गाय को माता का दर्ज़ा प्राप्त है किसानी की यह रीढ़ रही है। इससे प्राप्त हर उत्पाद बेशकीमती साबित हुआ है। चाहे वह गौ मूत्र से एचआईवी एड्स जैसे लाइलाज असाध्य रोगों के उपचार के लिए दवा बनाने की बात हो या फिर गाय के गोबर से बनाये गए अनेक उत्पादों की। गाय के गोबर में जीवाणु रोधी गुण  हैं इसीलिए इसका इस्तेमाल घरों को लीपने के लिए हर मांगलिक अवसर पर किया जाता रहा है।  गाय से तैयार पञ्च - गव्य का  वेदों में भी ज़िक्र है। पञ्च  गव्य को तैयार करने में गाय से प्राप्त घी (घृत ),दुग्ध ,दही ,गौ मूत्र और बछिया (बिन ब्याही गैया )का गोबर एक ख़ास अनुपात में काम में लाये जाते हैं। तमाम पूजा अर्चनाओं में इसे एक सम्मान जनक स्थान प्राप्त है। गाय के शरीर में तैतीस कोटि देवताओं का वास बतलाया गया है।  जब गाय अपने हिस्से का दूध दे चुकी होती है और बूढी हो जाती है तब भी उससे प्राप्त गौ मूत्र ,और गोबर तथा गौ रेचन (गाय के कान का म