संवित पात्रा जी की प्रेस कॉन्फरेंस पर एक द्रुत प्रतिक्रिया :
पात्रा जी भैंस के आगे बीन बजाने का कोई फायदा नहीं हैं। हाँ भैंस में भी कुछ अक़्ल होती है इस मंदमति बालक को जिसका विकास अवरुद्ध है इलाज़ की जरूरत है जैसा बीज वैसा फल। सोनिया हिन्दुस्तानी के बारे में क्या कहें ? महिला हैं और भारत में सिविलिटी का स्तर ठीक ठाक है।बस इतना ही के उन्होंने इस बालक को जन्म दिया है।
पात्रा साहब इस धौंधू राहुल की बॉडी लेंगुएज साइकोटिक है और इसका बगल बच्चा सुरजा आँखें चुराए है। आप दुखी न हो भारतधर्मी समाज इस पार्टी का मृत्युलेख लिख चुका है।२०२५ दूर नहीं है वक्त पंख लगाके उड़ जाता है मार्क्सवाद के बौद्धिक गुलाम बौद्धिक भकुवों की तरह।
मोदी जी की सर्वदलीय बैठक :
सर्व -दलीय मीटिंग में आज देश के गद्दारों का पर्दा फाश हो गया। स्वयं महाराष्ट्र में कांग्रेस (कोरोना )के सहयोगी आदरणीय शरद पवार साहब ने जो देश के प्रतिरक्षा मंत्री भी रह चुके हैं -मतिमंद अबुधकुमार राहुल की यह कहकर ऐसे की तैसी कर दी ,यानी डेमोक्रेसी कर दी के राहुल बचकाना सवाल पूछ रहें हैं।
मार्क्सवाद के गुलाम रक्तरँगी उस दौर की बात कर रहें हैं जब आलमी नेहरू चीन के साथ चार कबूतर उड़ा कर शांति के स्वयं भू मसीहा बनने की कोशिश कर रहे थे राग 'पंचशील' गा रहे थे।
आज राग 'पंचशील' सेट्रम खेचरी (सीपीआई -एम् )गा रहें हैं :परस्पर चीन औऱ हिन्दुस्तान एक दूसरे की सम्प्रभुता का सम्मान करें। इतिहासिक तथ्य है भारत के साम्यवादी दल के दो टुकड़े १९६२ के चीनी हमले पर एक पक्ष के चीन का समर्थन करने पर ही हुए थे -सीपीआई ,सीपीआई (एम् ). अब तो कहानी ही और है एक दल के टुकड़े हज़ार हुए कोई यहाँ गिरा कोई वहां गिरा।
पूर्वी सोवियत संघ के घुड़कने के बाद इन्हें मजबूरन भारतीय प्रजातांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में शिरकत करनी पड़ी। वरना ये चुनाव में हिस्सा ही कहाँ लेते थे।
आज भी देश विदेश में शी जिनपिंग की गिरती साख़ ,घटते कद से ये हतप्रभ हैं बेचारे बड़े दुखी हैं। इनसे ज्यादा दुखी वह विषकन्या है जिसे केजीबी का एजंट बतलाया गया था यह मल्लिका -ए -कांग्रेस (कोरोना )देश के टुकड़े करवाने के लिए ही इस देश की राजनीतिक काया पर इम्प्लांट की गई है। ये और इसका मतिमंद बालक जिसकी मानसिक आयु और विकास अवरुद्ध पड़े हैं उदास है चीन की उड़ती हवाइयों पर बॉडी लेंग्वेज पर शी जिनफिंग की।
अभी तो गजराज द्वारा सूंड में लपेट कर ड्रेगन को पटखनी दिया जाना बाकी है।
इब्तिदा -ए -इश्क है रोता है क्या ,
आगे आगे देखिये होता है क्या ?
ये मोदी का सचमुच का आलमी प्रबंध है। हर तरफ से इसा भूंडा पिट्टेगा ड्रेगन छटी का दूध याद आ जायेगा।
Corona ,Corona Congress ,and china are synonyms no problem ,we shall take them one by one ,thank you patra for pulling them .
veeruvageesh.blogspot.com
सोनिया हिन्दुस्तानी अब आप यूपीए की प्रेजिडेंट नहीं हैं कोरोना कांग्रेस की कामचलाऊ अध्यक्ष हैं। राहुल बचकाना सवाल पूछते हैं। ज़रा भी सऊर नहीं है इस मतिमंद को -शरद पवार
भारत की तरफ जो आँख उठाएगा ,उसकी आँख निकाल के उसके हाथ में दे देंगे -उद्धव ठाकरे पुत्र बाला साहब ठाकरे।
भारत के दोनों साम्यवादी दल हों या सोनिया कोरोना कांग्रेस प्रतीत होता है ये चीन की स्लीपिंग सेल्स हैं।
सन्दर्भ -सामिग्री :
पात्रा जी भैंस के आगे बीन बजाने का कोई फायदा नहीं हैं। हाँ भैंस में भी कुछ अक़्ल होती है इस मंदमति बालक को जिसका विकास अवरुद्ध है इलाज़ की जरूरत है जैसा बीज वैसा फल। सोनिया हिन्दुस्तानी के बारे में क्या कहें ? महिला हैं और भारत में सिविलिटी का स्तर ठीक ठाक है।बस इतना ही के उन्होंने इस बालक को जन्म दिया है।
पात्रा साहब इस धौंधू राहुल की बॉडी लेंगुएज साइकोटिक है और इसका बगल बच्चा सुरजा आँखें चुराए है। आप दुखी न हो भारतधर्मी समाज इस पार्टी का मृत्युलेख लिख चुका है।२०२५ दूर नहीं है वक्त पंख लगाके उड़ जाता है मार्क्सवाद के बौद्धिक गुलाम बौद्धिक भकुवों की तरह।
मोदी जी की सर्वदलीय बैठक :
सर्व -दलीय मीटिंग में आज देश के गद्दारों का पर्दा फाश हो गया। स्वयं महाराष्ट्र में कांग्रेस (कोरोना )के सहयोगी आदरणीय शरद पवार साहब ने जो देश के प्रतिरक्षा मंत्री भी रह चुके हैं -मतिमंद अबुधकुमार राहुल की यह कहकर ऐसे की तैसी कर दी ,यानी डेमोक्रेसी कर दी के राहुल बचकाना सवाल पूछ रहें हैं।
मार्क्सवाद के गुलाम रक्तरँगी उस दौर की बात कर रहें हैं जब आलमी नेहरू चीन के साथ चार कबूतर उड़ा कर शांति के स्वयं भू मसीहा बनने की कोशिश कर रहे थे राग 'पंचशील' गा रहे थे।
आज राग 'पंचशील' सेट्रम खेचरी (सीपीआई -एम् )गा रहें हैं :परस्पर चीन औऱ हिन्दुस्तान एक दूसरे की सम्प्रभुता का सम्मान करें। इतिहासिक तथ्य है भारत के साम्यवादी दल के दो टुकड़े १९६२ के चीनी हमले पर एक पक्ष के चीन का समर्थन करने पर ही हुए थे -सीपीआई ,सीपीआई (एम् ). अब तो कहानी ही और है एक दल के टुकड़े हज़ार हुए कोई यहाँ गिरा कोई वहां गिरा।
पूर्वी सोवियत संघ के घुड़कने के बाद इन्हें मजबूरन भारतीय प्रजातांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में शिरकत करनी पड़ी। वरना ये चुनाव में हिस्सा ही कहाँ लेते थे।
आज भी देश विदेश में शी जिनपिंग की गिरती साख़ ,घटते कद से ये हतप्रभ हैं बेचारे बड़े दुखी हैं। इनसे ज्यादा दुखी वह विषकन्या है जिसे केजीबी का एजंट बतलाया गया था यह मल्लिका -ए -कांग्रेस (कोरोना )देश के टुकड़े करवाने के लिए ही इस देश की राजनीतिक काया पर इम्प्लांट की गई है। ये और इसका मतिमंद बालक जिसकी मानसिक आयु और विकास अवरुद्ध पड़े हैं उदास है चीन की उड़ती हवाइयों पर बॉडी लेंग्वेज पर शी जिनफिंग की।
अभी तो गजराज द्वारा सूंड में लपेट कर ड्रेगन को पटखनी दिया जाना बाकी है।
इब्तिदा -ए -इश्क है रोता है क्या ,
आगे आगे देखिये होता है क्या ?
ये मोदी का सचमुच का आलमी प्रबंध है। हर तरफ से इसा भूंडा पिट्टेगा ड्रेगन छटी का दूध याद आ जायेगा।
Corona ,Corona Congress ,and china are synonyms no problem ,we shall take them one by one ,thank you patra for pulling them .
veeruvageesh.blogspot.com
सोनिया हिन्दुस्तानी अब आप यूपीए की प्रेजिडेंट नहीं हैं कोरोना कांग्रेस की कामचलाऊ अध्यक्ष हैं। राहुल बचकाना सवाल पूछते हैं। ज़रा भी सऊर नहीं है इस मतिमंद को -शरद पवार
भारत की तरफ जो आँख उठाएगा ,उसकी आँख निकाल के उसके हाथ में दे देंगे -उद्धव ठाकरे पुत्र बाला साहब ठाकरे।
भारत के दोनों साम्यवादी दल हों या सोनिया कोरोना कांग्रेस प्रतीत होता है ये चीन की स्लीपिंग सेल्स हैं।
सन्दर्भ -सामिग्री :
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