तिरुवनंतपुरम के कुंडमानकादावु में शनिवार सुबह कुछ अज्ञात हमलावरों ने स्वामी संदीप नंदा गिरी आश्रम में आगजनी की है। स्वामी संदीप नंदा ने मीडिया के सामने आकर सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश का खुलकर समर्थन किया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शनिवार सुबह कुंडमानकादावु में स्वामी संदीप नंदा गिरी आश्रम में कुछ अज्ञात हमलावरों ने हमला किया और आगजनी की जिसमें दो कार और एक दुपहिया वाहन जलकर खाक हो गए।
हमलावरों को नहीं बख्शा जाएगाः सीएम
मुख्यमंत्री विजयन पिनराई ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि सरकार किसी को कानून अपने हाथ में नहीं लेने देगी। उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शारीरिक हमले तब होते हैं जब आप वैचारिक रूप से सौदा नहीं कर सकते। आश्रम पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रवेश की दी थी इजाजत
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को जाने की इजाजत दे दी थी। कोर्ट ने कहा था कि महिलाओं को मंदिर में घुसने की इजाजत न देना संविधान के अनुच्छेद 25 (धर्म की स्वतंत्रता) का उल्लंघन है। लिंग के आधार पर भक्ति (पूजा-पाठ) में भेदभाव नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का केरल में लगातार विरोध हो रहा है। मंदिर के अंदर अब तक एक भी महिला को प्रवेश नहीं करने दिया गया है। आश्रम पर हमला इसी विरोध का हिस्सा माना जा रहा है।
विशेष :क्या कर रही है केरल की रक्तरँगी लेफ्टीया सरकार ?ये आगजनी मारामारी स्वयं चालित है ?कौन हैं इसके सूत्रधार ?क्या ये वामांगियों से छिपा हुआ है ?बस आईना देख लें सब साफ़ हो जाएगा।
तिरुवनंतपुरम के कुंडमानकादावु में शनिवार सुबह कुछ अज्ञात हमलावरों ने स्वामी संदीप नंदा गिरी आश्रम में आगजनी की है। स्वामी संदीप नंदा ने मीडिया के सामने आकर सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश का खुलकर समर्थन किया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शनिवार सुबह कुंडमानकादावु में स्वामी संदीप नंदा गिरी आश्रम में कुछ अज्ञात हमलावरों ने हमला किया और आगजनी की जिसमें दो कार और एक दुपहिया वाहन जलकर खाक हो गए।
हमलावरों को नहीं बख्शा जाएगाः सीएम
मुख्यमंत्री विजयन पिनराई ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि सरकार किसी को कानून अपने हाथ में नहीं लेने देगी। उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शारीरिक हमले तब होते हैं जब आप वैचारिक रूप से सौदा नहीं कर सकते। आश्रम पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रवेश की दी थी इजाजत
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को जाने की इजाजत दे दी थी। कोर्ट ने कहा था कि महिलाओं को मंदिर में घुसने की इजाजत न देना संविधान के अनुच्छेद 25 (धर्म की स्वतंत्रता) का उल्लंघन है। लिंग के आधार पर भक्ति (पूजा-पाठ) में भेदभाव नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का केरल में लगातार विरोध हो रहा है। मंदिर के अंदर अब तक एक भी महिला को प्रवेश नहीं करने दिया गया है। आश्रम पर हमला इसी विरोध का हिस्सा माना जा रहा है।
विशेष :क्या कर रही है केरल की रक्तरँगी लेफ्टीया सरकार ?ये आगजनी मारामारी स्वयं चालित है ?कौन हैं इसके सूत्रधार ?क्या ये वामांगियों से छिपा हुआ है ?बस आईना देख लें सब साफ़ हो जाएगा।
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